सामग्री पर जाएँ

"इस्लामी कला": अवतरणों में अंतर

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
छो →‎चित्र मालिका: सफाई, replaced: date=September → date=सितंबर
No edit summary
पंक्ति 3: पंक्ति 3:
'''इस्लामी कला''' में आती हैं, सातवीं शताब्दी से आरंभ हुई कलाएं, जो कि उन लोगों द्वारा (अनिवार्य रूप से मुस्लिम नहीं) जो कि मुस्लिम संस्कृति से जुडे़ क्षेत्रों में रहते थे; के द्वारा बढा़ई गईं।<ref> Marilyn Jenkins-Madina, Richard Ettinghausen, Oleg Grabar, ''Islamic Art and Architecture 650-1250'', Yale University Press, ISBN 0-300-08869-8, p.3 </ref> इसमें सम्मिलित हैं [[इस्लामी वास्तुकला]], [[इस्लामी सुलेख|इस्लामी सुलेखन]], [[चित्रकारी]] एवं चीनी मिट्टी के कार्य।
'''इस्लामी कला''' में आती हैं, सातवीं शताब्दी से आरंभ हुई कलाएं, जो कि उन लोगों द्वारा (अनिवार्य रूप से मुस्लिम नहीं) जो कि मुस्लिम संस्कृति से जुडे़ क्षेत्रों में रहते थे; के द्वारा बढा़ई गईं।<ref> Marilyn Jenkins-Madina, Richard Ettinghausen, Oleg Grabar, ''Islamic Art and Architecture 650-1250'', Yale University Press, ISBN 0-300-08869-8, p.3 </ref> इसमें सम्मिलित हैं [[इस्लामी वास्तुकला]], [[इस्लामी सुलेख|इस्लामी सुलेखन]], [[चित्रकारी]] एवं चीनी मिट्टी के कार्य।


वैसे इस्लामी दर्शन और दृश्टिकोण के आधार पर निम्न कळायें उभर कर आईं।[https://easenex.blogspot.com/2019/06/Mughal-painting-art-Mughal-hindi.html मुग़ल चित्रकला] तो चरम तक पहुंचने का काम जहाँगीर के द्वारा किया गया ,जहाँगीर स्वयं भी एक अच्छा चित्रकार था, वह एक प्रकृति प्रेमी था ,उसने अपनी चित्र कला में पक्षियों ,फूल लताओं पेड़ पौधो को दर्शाया ,उसके शासन काल में उस्ताद मंसूर नाम का दक्ष कलाकार था। शाहजहां के शासन काल में पेंटिंग्स में उतार देखने को मिला इसके काल में चित्रो में बनावट देखने को मिलती है ,इस काल में चित्रो में सोने और चांदी का प्रयोग देखने को मिलता है, भड़कीले रंगो का भी प्रयोग किया गया ,इस कॉल में चित्रकला का विकास तो हुवा लेकिन तकनीक में बदलाव देखने को मिलता है। पेन्सिल द्वारा चित्रों को बनाया जाने लगा था।
वैसे इस्लामी दर्शन और दृश्टिकोण के आधार पर निम्न कळायें उभर कर आईं।

* [[इस्लामी वास्तुकला]]
* [[इस्लामी वास्तुकला]]
* [[इस्लामी अक्षरांकन]]
* [[इस्लामी अक्षरांकन]]

18:30, 5 अप्रैल 2020 का अवतरण



इसलामी संस्कृति
पर एक शृंखला का भाग

वास्तुकला

अरबी · अज़ेरी
हिन्दुस्तानी · Iwan · मलय
दलदल · मोरक्कन · मुग़ल
तुर्क · फ़ारसी · सोमाली

कला

सुलेख · लघु · आसन

वस्त्र

अबाया · अगल · बौबौ
बुर्का · चदोर · जेल्लाबिया
निक़ाब · सलवार कमीज़
ताकियः · कुफ़्फ़ियाह · थावाब
जिल्बाब · हिजाब

त्योहार

अशुरा · अरबाईन · अल्-गादीर
चाँद रात · अल्-फ़ित्र · अल्-अधा
इमामत दिवस · अल्-काधिम
नया साल · इस्रा और मिरआज
अल्-क़द्र · मौलीद · रमज़ान
मुग्हम · मिड-शआबान
अल्-तय्यब

साहित्य

अरबी · अज़ेरी · बंगाली
इन्डोनेशियाई · जावानीस · कश्मीरी
कुर्द · मलय · फ़ारसी · पंजाबी · सिंधी
सोमाली · हिन्दी · तुर्की · उर्दू

मार्शल कला

सिलाठ · सिलठ मेलेयु · कुरश

संगीत
दस्त्गाह · ग़ज़ल · मदीह नबवी

मक़ाम · मुगाम · नशीद
कव्वाली

थिएटर

कारागऑज़ और हसिवत
ताज़िह् · व्यंग

इस्लाम प्रवेशद्वार

इस्लामी कला में आती हैं, सातवीं शताब्दी से आरंभ हुई कलाएं, जो कि उन लोगों द्वारा (अनिवार्य रूप से मुस्लिम नहीं) जो कि मुस्लिम संस्कृति से जुडे़ क्षेत्रों में रहते थे; के द्वारा बढा़ई गईं।[1] इसमें सम्मिलित हैं इस्लामी वास्तुकला, इस्लामी सुलेखन, चित्रकारी एवं चीनी मिट्टी के कार्य।

वैसे इस्लामी दर्शन और दृश्टिकोण के आधार पर निम्न कळायें उभर कर आईं।मुग़ल चित्रकला तो चरम तक पहुंचने का काम जहाँगीर के द्वारा किया गया ,जहाँगीर स्वयं भी एक अच्छा चित्रकार था, वह एक प्रकृति प्रेमी था ,उसने अपनी चित्र कला में पक्षियों ,फूल लताओं पेड़ पौधो को दर्शाया ,उसके शासन काल में उस्ताद मंसूर नाम का दक्ष कलाकार था। शाहजहां के शासन काल में पेंटिंग्स में उतार देखने को मिला इसके काल में चित्रो में बनावट देखने को मिलती है ,इस काल में चित्रो में सोने और चांदी का प्रयोग देखने को मिलता है, भड़कीले रंगो का भी प्रयोग किया गया ,इस कॉल में चित्रकला का विकास तो हुवा लेकिन तकनीक में बदलाव देखने को मिलता है। पेन्सिल द्वारा चित्रों को बनाया जाने लगा था।

चित्र मालिका

ताजमहल, आगरा. जिसे शाहजहाँ ने 1648 में अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया था। इसे 1983 में "भारत में इस्लामी कला का रत्न" एवं विश्व स्थरीय प्रशंसित निर्माण माना गया, तथा विश्व धर्तोहर स्थलों में गिना गया।"[2]
इस्लामी नक्काशी के द्वारा कुरआन की आयतें खुदी हुई

सन्दर्भ

  1. Marilyn Jenkins-Madina, Richard Ettinghausen, Oleg Grabar, Islamic Art and Architecture 650-1250, Yale University Press, ISBN 0-300-08869-8, p.3
  2. "Taj Mahal 2007". World Heritage List (अंग्रेज़ी में). युनेस्को World Heritage Centre. अभिगमन तिथि सितंबर 28. |access-date= में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद)