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"इस्लामी कला": अवतरणों में अंतर

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[[Image:Taj Mahal in March 2004.jpg|thumb|[[ताजमहल]], [[आगरा]]. जिसे [[शाहजहाँ]] ने 1648 में अपनी पत्नी [[मुमताज महल]] की याद में बनवाया था। इसे 1983 में "भारत में इस्लामी कला का रत्न" एवं विश्व स्थरीय प्रशंसित निर्माण माना गया, तथा [[विश्व धर्तोहर]] स्थलों में गिना गया।"<ref name="UNESCO_TM">{{Cite web|url=http://whc.unesco.org/en/list/252|title=Taj Mahal|accessyear=2007|accessmonthday=September 28|publisher=UNESCO World Heritage Centre|work=World Heritage List|language=English}}</ref>]]
[[Image:Taj Mahal in March 2004.jpg|thumb|[[ताजमहल]], [[आगरा]]. जिसे [[शाहजहाँ]] ने 1648 में अपनी पत्नी [[मुमताज महल]] की याद में बनवाया था। इसे 1983 में "भारत में इस्लामी कला का रत्न" एवं विश्व स्थरीय प्रशंसित निर्माण माना गया, तथा [[विश्व धर्तोहर]] स्थलों में गिना गया।"<ref name="UNESCO_TM">{{Cite web|url=http://whc.unesco.org/en/list/252|title=Taj Mahal|accessyear=2007|accessmonthday=September 28|publisher=UNESCO World Heritage Centre|work=World Heritage List|language=English}}</ref>]]
'''इस्लामी कला''' में आती हैं, सातवीं शताब्दी से आरंभ हुई कलाएं, जो कि उन लोगों द्वारा ( अनिवार्य रूप से मुस्लिम नहीं) जो कि मुस्लिम संस्कृति से जुडे़ क्षेत्रों में रहते थे; के द्वारा बढा़ई गईं। <ref> Marilyn Jenkins-Madina, Richard Ettinghausen, Oleg Grabar, ''Islamic Art and Architecture 650-1250'', Yale University Press, ISBN 0300088698, p.3 </ref> इसमें सम्मिलित हैं [[वास्तुकला]], [[सुलेखन]], [[चित्रकारी]] एवं चीनी मिट्टी के कार्य।
'''इस्लामी कला''' में आती हैं, सातवीं शताब्दी से आरंभ हुई कलाएं, जो कि उन लोगों द्वारा ( अनिवार्य रूप से मुस्लिम नहीं) जो कि मुस्लिम संस्कृति से जुडे़ क्षेत्रों में रहते थे; के द्वारा बढा़ई गईं। <ref> Marilyn Jenkins-Madina, Richard Ettinghausen, Oleg Grabar, ''Islamic Art and Architecture 650-1250'', Yale University Press, ISBN 0300088698, p.3 </ref> इसमें सम्मिलित हैं [[वास्तुकला]], [[सुलेखन]], [[चित्रकारी]] एवं चीनी मिट्टी के कार्य।
[[चित्र:Quran_inscriptions_on_wall,_Lodhi_Gardens,_Delhi.jpg|300px|left|thumb|इस्लामी नक्काशी के द्वारा [[कुरान]] की आयतें खुदी हुई]]



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==संदर्भ==

<references />
[[श्रेणी:इस्लामी कला]]
[[श्रेणी:इस्लामी कला]]

05:14, 23 अगस्त 2009 का अवतरण

ताजमहल, आगरा. जिसे शाहजहाँ ने 1648 में अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया था। इसे 1983 में "भारत में इस्लामी कला का रत्न" एवं विश्व स्थरीय प्रशंसित निर्माण माना गया, तथा विश्व धर्तोहर स्थलों में गिना गया।"[1]

इस्लामी कला में आती हैं, सातवीं शताब्दी से आरंभ हुई कलाएं, जो कि उन लोगों द्वारा ( अनिवार्य रूप से मुस्लिम नहीं) जो कि मुस्लिम संस्कृति से जुडे़ क्षेत्रों में रहते थे; के द्वारा बढा़ई गईं। [2] इसमें सम्मिलित हैं वास्तुकला, सुलेखन, चित्रकारी एवं चीनी मिट्टी के कार्य।

इस्लामी नक्काशी के द्वारा कुरान की आयतें खुदी हुई

संदर्भ

  1. "Taj Mahal". World Heritage List (English में). UNESCO World Heritage Centre. नामालूम प्राचल |accessyear= की उपेक्षा की गयी (|access-date= सुझावित है) (मदद); नामालूम प्राचल |accessmonthday= की उपेक्षा की गयी (मदद)सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
  2. Marilyn Jenkins-Madina, Richard Ettinghausen, Oleg Grabar, Islamic Art and Architecture 650-1250, Yale University Press, ISBN 0300088698, p.3